जबरदस्ती उसके घर ले गया था ......मामूली सा घर था ।
वह लड़की ही चाय ले कर आयी .......उसे देखने बाद लगा
मेरे घर की बहू बन जाय तो ......यही सब सोचता हुआ चाय
पीता रहा.......मेरे दो बेटे हैं और दोनों ही नौकरी भी करते हैं
बड़े बेटे से रिश्ते की बात सोची ......उस लड़की की फोटो ली
और उसे आशीर्वाद दे कर घर आ गया ..............
पत्नी ने फोटो देखी ...लडकी उन्हें भी पसंद आ गयी ......
पत्नी भी ....एक बार खुद भी देखना चाहती थी ........लेकिन इससे से पहले
बड़े बेटे ने सीधे ही इनकार कर दिया .........बहुत समझाया लेकिन उसने जिद्द
कर ली .....ना करने की ....हम क्या बोलते ......चुप रहे कुछ दिनों बाद उस लडकी की फोटो
वापस करने उनके घर गये ,साथ में पत्नी भी थी .......लडकी की फोटो वापस की
पहली बार पत्नी को लड़की बहुत पसंद आयी ....पत्नी भी उसे देख के ललचा गयी
और सोचने लगी कैसे .....कैसे इसे अपने घर ले जाय
..................वक्त बीतने लगा .......बड़े बेटे ने मुहं खोला .......उसका किसी और लडकी से प्यार है
हम चुप हो गये .....एक दिन पत्नी ने कहा क्यों ना हम छोटे कीबात की जाय ,बड़े की अभी शादी हुई नहीं
और आप छोटे की बात करने की कर रहीं है.........
...............एक दिन पत्नी ने छोटे से बात की छोटा तैयार हो गया ......अब डर एक बात क़ा था
बड़े की अभी शादी हुई नहीं छोटे की कैसे कर दें ..........बड़े की गर्ल बड़ी तेज थी वह ना नुकर कर रही
थी हम लोग एक धर्म शंकट में पड़गये ....फिर से हम चुप हो गये उस लडकी शादी कहीं और
...................तै हो गयी थी.......................................
हम हार गये ....जैसे हाथ में आया कुछ फिर से खो गया करीब महीनों बाद पाठक जी आये
जो उस लडकी के घर ले गये थे ,मैंने छूटते पूछा ....हो गयी उसकी शादी ........पाठक जी कहने लगे
लडकी कहती वह शादी करेगी तो आप के घर ही में करेगी .........मैं कुछ समझा नहीं
मेरे चेहरे क़ा रंग बदल गया ..........
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