Wednesday, April 27, 2011

बेटी

...........हमने बेटे से बात की ,वह शादी करने को तैयार हो गया

मैं छोटे वाले बेटे की बात कर रहा हूँ ,एक दिन उसको लडकी दिखा दिया

गया ....दोनों मिलने लगे ,महीने बाद दोनों का तिलक कर दिया गया

अब छोटे वाले बेटे का पूछो मत उसका आफिस से सीधे उसके घर चला जाता

शादी की तारीख तब की रखी जायेगी ,जब बड़े वाले बेटे की शादी हो जायेगी

....दिन बीतने लगे बड़े वाले की शादी की तारीख तय हो गयी ........

इसी बीच पता नहीं क्या हो गया छोट्टा बेटा कहने लगा मैं इस लडकी से शादी नहीं करूंगा

यह बात हमें तीर जैसी लगी ......बहुत पूछने पे बताया लडकी बहुत जिद्दी है ....इतनी जिद्दी

लडकी से मैं शादी नहीं करूंगा ........हमें लडकी में ऐसा कुछ नहीं लगा ......हम हार चुके थे

सगायी टूट गयी ...........हमें बहुत दुःख हुआ .......

...........इस कहानी का अगला अंश तब लिखूंगा जब कुछ वह घटे गा .......वैसा जैसा हम

चाहते हैं .....................

बेटी

वह मेरी बेटी तो नहीं है ,एक बार देखा था ,कोई मुझे

जबरदस्ती उसके घर ले गया था ......मामूली सा घर था ।

वह लड़की ही चाय ले कर आयी .......उसे देखने बाद लगा

मेरे घर की बहू बन जाय तो ......यही सब सोचता हुआ चाय

पीता रहा.......मेरे दो बेटे हैं और दोनों ही नौकरी भी करते हैं

बड़े बेटे से रिश्ते की बात सोची ......उस लड़की की फोटो ली

और उसे आशीर्वाद दे कर घर आ गया ..............

पत्नी ने फोटो देखी ...लडकी उन्हें भी पसंद आ गयी ......

पत्नी भी ....एक बार खुद भी देखना चाहती थी ........लेकिन इससे से पहले

बड़े बेटे ने सीधे ही इनकार कर दिया .........बहुत समझाया लेकिन उसने जिद्द

कर ली .....ना करने की ....हम क्या बोलते ......चुप रहे कुछ दिनों बाद उस लडकी की फोटो

वापस करने उनके घर गये ,साथ में पत्नी भी थी .......लडकी की फोटो वापस की

पहली बार पत्नी को लड़की बहुत पसंद आयी ....पत्नी भी उसे देख के ललचा गयी

और सोचने लगी कैसे .....कैसे इसे अपने घर ले जाय

..................वक्त बीतने लगा .......बड़े बेटे ने मुहं खोला .......उसका किसी और लडकी से प्यार है

हम चुप हो गये .....एक दिन पत्नी ने कहा क्यों ना हम छोटे कीबात की जाय ,बड़े की अभी शादी हुई नहीं

और आप छोटे की बात करने की कर रहीं है.........


...............
एक दिन पत्नी ने छोटे से बात की छोटा तैयार हो गया ......अब डर एक बात क़ा था

बड़े की अभी शादी हुई नहीं छोटे की कैसे कर दें ..........बड़े की गर्ल बड़ी तेज थी वह ना नुकर कर रही

थी हम लोग एक धर्म शंकट में पड़गये ....फिर से हम चुप हो गये उस लडकी शादी कहीं और



...................तै हो गयी थी.......................................
हम हार गये ....जैसे हाथ में आया कुछ फिर से खो गया करीब महीनों बाद पाठक जी आये

जो उस लडकी के घर ले गये थे ,मैंने छूटते पूछा ....हो गयी उसकी शादी ........पाठक जी कहने लगे

लडकी कहती वह शादी करेगी तो आप के घर ही में करेगी .........मैं कुछ समझा नहीं

मेरे चेहरे क़ा रंग बदल गया ..........